Author: Atharv Shrivastava, Class VII G
वर्षा रानी, बूँदें लाए,
रिमझिम – रिमझिम पानी आए।
बिजली चमके, मोर भी नाचे,
टर्र – टर्र, टर्र – टर्र मेंढ़क गाए।
वातावरण में ठंडक आ जाए,
सब गर्मी से राहत पाएँ।
बादल छाएँ, पानी ले आएँ,
और मिट्टी की खुशबू फैलाएँ।
ये है वर्षा की अनोखी कहानी,
सुना रहा हूँ, आपको मेरी ज़ुबानी।