June 6 2025
विश्व पर्यावरण दिवस जो प्रतिवर्ष 5 जून को मनाया जाता है, उसके उपलक्ष्य में ‘मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड’ के तत्वाधान में एक सर्वे आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न श्रेणियों में विभाजित संस्थानों जैसे – शासकीय – अशासकीय कार्यालय, औद्योगिक स्थल, कारखाने, विद्यालय, महाविद्यालय,शिक्षा संस्थान आदि का, सरकार द्वारा गठित एक समूह दल ने दौरा किया तथा विभिन्न मानदंडों पर आधारित बिन्दुओं के तहत इनकी जाँच की गई | इस जाँच का मुख्य उद्देश्य इन संस्थाओ की संचालन पद्धति में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए किए जाने वाले प्रयासों की गुणवत्ता को नापना था |
गत वर्ष 2024, अगस्त माह में इस निरीक्षण दल ने शिशुकुंज विद्यालय परिसर में आकर लगभग 5 से 6 दिनों तक सम्पूर्ण विद्यालय का निरीक्षण- परीक्षण किया ।जिसमें गीला – सूखा कचरा निकासी, प्रयोगशालाओं से निकलने वाला वेस्ट, पेड़ पौधों से गिरे हुए पत्तों को मशीन की सहायता से छोटे टुकड़ों में काटकर खाद बनाना, किचन से निकलने वाले पानी को रीसायकल करना, शौचालयों से निकलने वाले मल हेतु उपयुक्त ड्रेनेज व्यवस्था , बारिश के पानी को संरक्षित करने हेतु वर्षा जल संचयन ( Rain Water Harvesting System) जैसे प्रत्येक हिस्से की सूक्ष्मता से जाँच कर यह सुनिश्चित किया कि, समस्त व्यवस्था में पर्यावरण की सुरक्षा एवं हितों का सम्पूर्ण ध्यान ही नहीं रखा जा रहा अपितु भावी पीढ़ी अर्थात विद्यार्थियों में जागरूकता उत्पन्न कर उन्हें इस दिशा में कदम उठाने हेतु प्रेरित भी किया जा रहा है |
यह अत्यंत गौरव एवं हर्ष का विषय है कि इस सम्पूर्ण जांच प्रक्रिया के पश्चात जो परिणाम घोषित किए गए उसमें मध्य -प्रदेश शासन द्वारा – “ मध्य-प्रदेश वार्षिक पर्यावरण पुस्कार वर्ष 2023 – 24 हेतु विद्यालय / शिक्षा संस्थान (02 की संख्या में ) की श्रेणी में द शिशुकुंज इंटरनेशनल स्कूल ने पुरस्कार प्राप्त कर सम्पूर्ण इंदौर शहर को गौरवान्वित किया | सम्पूर्ण मध्य प्रदेश से इस श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त करने वाले मात्र दो विद्यालयों में से शिशुकुंज एक है |
5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे, अंतर्राष्ट्रीय सभागृह में आयोजित भव्य समारोह में मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी के करकमलों से विद्यालय के छात्र प्रमुख अकमल बंग्लोवाला एवं छात्रा प्रमुख मान्या शाह ने यह स्वर्णिम पुरस्कार प्राप्त किया |हम सभी के लिए यह अत्यंत हर्ष और गौरवपूर्ण क्षण है |
माननीय मुख्यमंत्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण ही मानव जाति का अस्तित्व बनाए रख सकती है और यह जागरूकता लाना हम सभी का समान कर्त्तव्य है परन्तु विद्यालयों की इसमें विशेष भूमिका होनी चाहिए क्योकि वे भविष्य के निर्माताओं को गढ़ने का कार्य करते हैं |अतः हमें ऐसे संवेदनशील और कर्तव्यनिष्ठ युवाओं की आवश्यकता है जो बेहतर कल का निर्माण कर सकें |यह गर्व का विषय है कि द शिशुकुंज इंटरनेशनल स्कूल, इसी भावना को शिक्षा का आधार मानकर अपने विद्यार्थियों में इन नैतिक मूल्यों को विकसित करने हेतु प्रणबद्ध है ,जो भविष्य के जिम्मेदार नागरिक बन सके |