Author: Anika Rathi, Class VII D
देखो वर्षा ऋतु है आई, चारों ओर हरियाली छाई,
प्रसन्नता सब ओर फ़ैल रही है, पृथ्वी खुशी से झूम रही है |
देखो वर्षा ऋतु है आई, प्रकृति में खुशियाँ हैं छाई,
बादल कैसे गरज रहे हैं, देखो झरने भी बह रह हैं |
देखो ऋतुओं की रानी आई, मिट्टी की सौंधी महक है लाई,
धरती की गर्मी मिट रही है, वर्षा मन को मोह रही है |
देखो कैसी ऋतु है आई, दृश्य अद्भुत जगत में लाई,
पक्षी खुशी से चहचहा रहे हैं, उल्लास, आनंद फैला रहे हैं |
देखो वर्षा ऋतु है आई, सुंदरता जगत में ये ले आई ,
सभी की इसने प्यास बुझाई, देखो वर्षा ऋतु है आई |